शातिर मंत्री और अफसरों के नाम पर करता था ठगी, कई महिलाओं को दिया झांसा

नई दिल्ली

ठग

उत्तर-पश्चिम जिला पुलिस के हत्थे चढ़ा अंचित चावला  शातिर ठग है। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने  ठगी की 100 से अधिक वारदात करने की बात कबूली है। हालांकि ज्यादातर मामलों में उसके खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं हुई है।

इतनी वारदात को अंजाम देने के बाद वह पुलिस की गिरफ्त में तीसरी बार आया है। अंचित ने डीयू के नामी हिंदू कॉलेज से बीकॉम किया है। वह खुद बास्केटबॉल का बढ़िया खिलाड़ी रहा है। स्पोर्ट्स कोटे से दाखिला लेने के बाद अंचित ने दूसरे राज्यों में यूनिवर्सिटी की ओर से कई टूर्नामेंट भी खेले हैं।
लेकिन गलत संगत में पड़कर वह ठग बन गया। आरोपी खुद को दिल्ली पुलिस के पूर्व स्पेशल सीपी बीएस बरार का बेटा अमरजीत बरार भी बताकर ठगी कर चुका है। इसके अलावा वह खुद को पूर्व गृहमंत्री और मौजूदा रक्षा मंत्री का मुख्य सिक्योरिटी ऑफिसर बताता था।
जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि डीयू से पढ़ाई करने के बाद अंचित ने प्रेम विवाह कर लिया था। दोनों की एक दस साल की बेटी है। शुरुआत में पत्नी ने बंटी-बबली की तरह उसका साथ दिया, लेकिन 2016 में गिरफ्तारी के बाद उसकी पत्नी अपराध और अंचित का साथ छोड़ दिया। वह पति से अलग रहने लगी।

अंचित करोलबाग इलाके में पला बढ़ा था। कॉलेज के बाद ही उसने अपने माता-पिता को छोड़ दिया था। मां के जीवित होने के बावजूद वह माता-पिता की मौत की बात अपने प्रोफाइल में लिखता था। अंचित अपना नाम मुदित चावला बताता था।

करोलबाग में दूसरी को कोठी को बताता था अपना
करोलबाग में किसी मुदित चावला की 500 गज की कोठी को वह अपना बताता था। कोठी के बाहर नेमप्लेट पर मुदित चावला लिखा हुआ है। महिलाओं को झांसा देने के लिए वह उसे वहां ले जाता था। इससे महिला का उस पर विश्वास और बढ़ जाता था।

40 हजार रुपये किराया देता था
पुलिस रिमांड में अंचित ने बताया कि उसे लग्जरी लाइफ जीने का शौक है। वह 40-40 हजार रुपये महीने के मकान में किराए पर रहता था। उसे महंगे कपड़े, बड़े होटलों में खाना खाना और घूमने बहुत पंसद है।

 

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